कोई नहीं करेगा विश्वास चाहे जितनी मेहनत कर लो चाहे दे दो अपनी जान कदम-दर-कदम माँगा जाएगा देश-प्रेम और वफादारी का प्रमाण तुमसे नहीं वफा की उम्मीद खैर मनाओ औ' दिन काटो शक की नजर रहेगी सदा तुम पर.....
हिंदी समय में अनवर सुहैल की रचनाएँ